Wednesday, May 21, 2014

नैना मेरे रंग भरे

नैना मेरे रंग भरे सपने तो सजाने लगे
क्या पता प्यार किस शमां जले न जले

आयेंगे वो आयेंगे मैं सोच-सोच शरमाऊं
क्या होगा क्या न होगा मैं मन ही मन घबराऊं
आज मिलन हो जाये तो समझूँ
दिन बदले मेरे

 जानू न जानू न रूठे-रूठे पिया को मनना
बिंदिया ओ बिंदिया मेरी
मुझे प्रीत की रीत सिखाना
मैं तो सजन कि हो ही चुकी
क्यों न हुए वो मेरे

कजरा ये कजरा मेरी अंखियों का बन गया पानी
टूटा दिल टूटा मेरी तड़प किसी ने न जानी
प्यार का एक पल हाथ लगे न मेरे

- नमालूम
 25.04.99