Thursday, May 29, 2014

मैं जिस दिन भुला दूँ

मैं जिस दिन भुला दूँ तेरा प्यार दिल से
वो दिन आखिरी हो ज़िन्दगी का
ये आँखें उसी रात हो जाएँ अंधी
जो तेरे सिवा देखें सपना किसी का ...

मुझे अपने दिल से उतरने न देना
मैं खुशबू हूँ इसको बिखरने न देना
हमेशा रहूँ मैं तेरी बाजुओं में
न टूटे ये बंधन कभी दोस्ती का

मेरी धड़कनों में मुहब्बत है तेरी
मेरी ज़िन्दगी अब अमानत है तेरी
तमन्ना है ये
निशां हो वहां पर मेरी बंदगी का

- नमालूम