Friday, June 6, 2014

प्यार भरे मौसम में

ये दिल तुझपे फ़िदा है क्योंकि तुझमें ऐसी अदा है
तुझसा हंसीं ऐ हमनशीं सारे जहाँ में कहाँ है

प्यार भरे मौसम में
आ हम तुम जी लें मर लें
दूर कहीं जाकर तुम्हें
प्यार जी भर के कर लें
बाहों में आ जा दिल में समा जा
जाने जां दिलकश शमां है

जुल्फों में लेके अपनी
तुझको मैं छिपा लूँ
होठों से लगाकर
दिल में बसा लूँ
आज जो मिले हैं तो बिछड़े कभी न
लब पे यही दुआ है

तू ही जन्नत है मेरी
तू ही आरजू है
सदियों से मुझको जानम
बस तेरी ही जुस्तुजू है
अब तुझसे मिलके लगता है ऐसा
सपना मेरा सच हुआ है

- नमालूम
25.07.99