आजकल याद नहीं कुछ भी रहता मुझको
एक बस तेरा ही ख्याल है मुझको
दूर अब तुझसे रहेंगे तो मर ही जायेंगे
हर घड़ी तेरे ही आने का है एतवार मुझको
आ तेरे सोने को सपने बुने मैंने
और मांगी है दुआएं कि वो मिले मुझको
ख़ुदा करे कि वो इतने करीब आ जाएँ
कि डर न तुझसे बिछड़ने का फिर रहे मुझको
- नमालूम
एक बस तेरा ही ख्याल है मुझको
दूर अब तुझसे रहेंगे तो मर ही जायेंगे
हर घड़ी तेरे ही आने का है एतवार मुझको
आ तेरे सोने को सपने बुने मैंने
और मांगी है दुआएं कि वो मिले मुझको
ख़ुदा करे कि वो इतने करीब आ जाएँ
कि डर न तुझसे बिछड़ने का फिर रहे मुझको
- नमालूम