Sunday, June 1, 2014

जान के भी अनजाना कैसा मेरा यार है

पहला पहला प्यार है पहली पहली बार है
जान के भी अनजाना कैसा मेरा यार है
पहला पहला प्यार है पहली पहली बार है
उसकी नज़र पलकों के चिलमन से मुझे देखती
उसकी नज़र
उसकी हया अपनी ही चाहत का राज़ है

छिप के करे जो वफ़ा ऐसा मेरा यार है
पहला पहला प्यार है पहली पहली बार है
वो है निशा , वो ही मेरी ज़िन्दगी की भोर है
वो है निशा
उसे है पता उसके ही हाथों में मेरी डोर है
उसे है पता

सारे जहाँ से जुदा ऐसा मेरा यार है
पहला पहला प्यार है पहली पहली बार है
जान के भी अनजाना कैसा मेरा यार है

- नमालूम