सुखन फ़हम
Wednesday, June 11, 2014
घास पर अपने आंसुओं में छोड़ जाती हूँ.
सूर्य से रात्री कहती है- चन्द्रमा के द्वारा तुम मुझे प्रेम पत्र भेजा करते हो. मैं तुम्हारे उन पत्रों के उत्तर घास पर अपने आंसुओं में छोड़ जाती हूँ.
- नमालूम
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