कहीं दीप जले कहीं दिल
हो देख ले आकर परवाने
तेरी कौन सी है मंजिल
मेरा गीत तेरे दिल की पुकार है
जहाँ तू है वहीँ मेरा प्यार है
मेरा दिल है तेरी महफ़िल
न मैं सपना हूँ बी कोई राज़ हूँ
इक दर्द भरी आवाज़ हूँ
पिया देर न कर आ मिल
दुश्मन हैं हजारों यहाँ जान के
जरा मिलना नज़र पहचान के
कई रूप में है क़ातिल
- 21.07.99
हो देख ले आकर परवाने
तेरी कौन सी है मंजिल
मेरा गीत तेरे दिल की पुकार है
जहाँ तू है वहीँ मेरा प्यार है
मेरा दिल है तेरी महफ़िल
न मैं सपना हूँ बी कोई राज़ हूँ
इक दर्द भरी आवाज़ हूँ
पिया देर न कर आ मिल
दुश्मन हैं हजारों यहाँ जान के
जरा मिलना नज़र पहचान के
कई रूप में है क़ातिल
- 21.07.99