Tuesday, June 3, 2014

देखा है एक सपना

देखा है एक सपना
सपने में तू सजना
है छोटा सा घर अपना
चांदनी आँगन में
प्यार की बातों में
खो गया दिल अपना
कुछ जागा कुछ खोया था मैं
प्यार के आँगन में
भूल गया मैं सारी दुनिया
तेरी बाहों में
दिल ये कहता है मुझको
जीना क्या प्यार बिना

काश हो ऐसा चाँद न डूबे
रात को रोक लूं,  मैं
झूम उठी ये दुनिया मेरी
तेरी बाहों में
दिल ये कहता है मुझको
जीना क्या प्यार बिना
देखा है एक सपना

- 'अमरजीत'