नियते शौक भर न जाये कहीं
तू भी दिल से उतर न जाये कहीं
आज देखा है तुमको देर के बाद
आज का दिन गुजर न जाए कहीं
न मिला कर उदास लोगों से
हुस्न तेरा बिखर न जाये कहीं
आरजू है कि तू यहाँ आये
और फिर न जाए उम्र भर कहीं
- नमालूम
तू भी दिल से उतर न जाये कहीं
आज देखा है तुमको देर के बाद
आज का दिन गुजर न जाए कहीं
न मिला कर उदास लोगों से
हुस्न तेरा बिखर न जाये कहीं
आरजू है कि तू यहाँ आये
और फिर न जाए उम्र भर कहीं
- नमालूम