बेदर्दी से प्यार का सहारा न मिला
ऐसा बिछड़ा वो मुझसे दोबारा न मिला
टूट गया प्यार का सुहाना सपना
वही निकला बेगाना जिसे जाना अपना
इस ग़म की कश्ती को किनारा न मिला
सो जाये ज़माना मैं जागूं रातों को
कैसे भूल जाऊं उसकी महकी सी बातों को
बेदर्दी से प्यार का सहारा न मिला
रोता है दिल उसे याद करके
वो तो चला गया मुझे बर्बाद करके
उसकी याद से दिल करार न मिला
- नमालूम
ऐसा बिछड़ा वो मुझसे दोबारा न मिला
टूट गया प्यार का सुहाना सपना
वही निकला बेगाना जिसे जाना अपना
इस ग़म की कश्ती को किनारा न मिला
सो जाये ज़माना मैं जागूं रातों को
कैसे भूल जाऊं उसकी महकी सी बातों को
बेदर्दी से प्यार का सहारा न मिला
रोता है दिल उसे याद करके
वो तो चला गया मुझे बर्बाद करके
उसकी याद से दिल करार न मिला
- नमालूम