सीधा बहाव है कभी उल्टा बहाव है
ऐसी उथल पुथल से मुसीबत में नाव है
गंगा लहू-लहू है तो जाहिर सी बात है
दिल में कहीं जाकर हिमालय के घाव है
कोई भी रूप रंग हो , कोई भी हो महक
मुझको हर एक फूल से बेहद लगाव है
सोने का भाव क्या करें, हम पूछ कर 'नदीम'
मिट्टी को देखते हैं कि सोने के भाव है
- ओम प्रकाश 'नदीम'
12.05.99
ऐसी उथल पुथल से मुसीबत में नाव है
गंगा लहू-लहू है तो जाहिर सी बात है
दिल में कहीं जाकर हिमालय के घाव है
कोई भी रूप रंग हो , कोई भी हो महक
मुझको हर एक फूल से बेहद लगाव है
सोने का भाव क्या करें, हम पूछ कर 'नदीम'
मिट्टी को देखते हैं कि सोने के भाव है
- ओम प्रकाश 'नदीम'
12.05.99