Sunday, June 1, 2014

झूठ की ताक़त जो बढती जाएगी इस दौर में

ये सदी रुसवाईयों के नाम कर दी जायेगी
ज़िन्दगी तन्हाईयों के नाम कर दी जाएगी

झूठ की ताक़त जो बढती जाएगी इस दौर में
मुफलिसी सच्चाईयों के नाम कर दी जाएगी

कोई रोता और चिल्लाता यूँ ही फिरता रहे
हर ख़ुशी हरजाईयों  के नाम कर दी जाएगी

हद से बढती जाएगी जो आपकी ये बेरुखी
बेबसी परछाईयों के नाम कर दी जाएगी

हम ग़रीबों के दिलों में झाँकने के बाद ही
बंदगी ऊंचाईयों के नाम कर दी जाएगी

जब भी छू के गुजरे शे'र तो यह जानिए
शायरी गहराईयों के नाम कर दी जाएगी

साथ गर 'आज़ाद' का अब भी न दोगे दोस्तो
सरजमीं सैदाईयों के नाम कर दी जाएगी

- आज़ाद कानपुरी