Wednesday, June 11, 2014

हारे -हारे हम तो दिल से हारे

हारे -हारे हम तो दिल से हारे

तेरी याद में पागल पल-पल रोता है
बिन तेरे न जागे ये न सोता है
अक्सर तन्हाई में तुम्हें पुकारे
न जोर दिल पे चले
हारे -हारे हम तो दिल से हारे

अब जाने हम ये प्यार क्या है
दर्दे जिगर मुश्किल बड़ा है
सुनता नहीं कहना कोई भी
दिल बेखबर ज़िद पे अड़ा है
समझाऊं कैसे इसे जाने जां
हारे -हारे हम तो दिल से हारे

हर आईना टूटा लगे है
सच्चा भी हमें झूठा लगे है
जाने कहाँ हम आ गए हैं
सारा जहाँ रूठा लगे है
क्या दर्द दिल ने दिया क्या कहें
हारे -हारे हम तो दिल से हारे

- नमालूम
19.06.2000